Special Urdu Tet
उर्दू टीईटी अभ्यर्थियों के मसले को हल कराने की हर तरफ से मांग शुरु हो गई है। खुद सत्ता पक्ष के अल्पसंख्यक नेताओं का कहना है कि अब राज्य में महागठबंधन की सरकार है। उर्दू टीईटी के मामले को प्राथमिकता के बुनियाद पर हल कराना चाहिए। |
Special Urdu Tet: क्या उर्दू बंगला स्पेशल टीईटी के मसले को किया जाएगा हल
उर्दू टीईटी अभ्यर्थियों का मामला पिछले 8 सालों से खटाई में है। बिहार सरकार की तरफ से बार-बार आश्वासन दिलाने के बाद भी Special Urdu Tet उम्मीदवारों की मुश्किलें हल नहीं हुई है। गौरतलब है कि ये सवाल कई बार बिहार विधानसभा और विधान परिषद में उठ चुका है फिर भी सरकार ने उर्दू टीईटी उम्मीदवारों के मसले को हल नहीं किया है। जानकारों के मुताबिक सूबे के सरकारी स्कूलों में बड़ी संख्या में उर्दू का पद खाली है। अल्पसंख्यकों के बीच उर्दू भाषा की तारीफ करते हुए कई बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उर्दू की पढ़ाई और शिक्षकों की बहाली का भरोसा दिलाया है। शिक्षा मंत्री ने भी इस सिलसिले में लगातार सकारात्मक बात की है बावजूद इसके उर्दू टीईटी अभ्यर्थी सड़क पर भटकने को मजबूर है।
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अल्पसंख्यक नेताओं का इस मामले में बयान
तमाम सियासी पार्टियों के बीच उर्दू टीईटी अभ्यर्थियों का सवाल सुर्खियों में रहा है। जेडीयू के पूर्व एमएलसी मौलाना गुलाम रसूल बलियावी का कहना है कि अब महागठबंधन की सरकार है ऐसे में उर्दू के साथ शिक्षा मंत्री को इनसाफ करना चाहिए और जल्द उर्दू टीईटी अभ्यर्थियों के मसले को हल कराना चाहिए। एमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान का कहना है कि 8 वर्षों का इंतजार कम नहीं होता है। 2013 में Special Urdu Tet का परीक्षा हुआ था। 2014 में उसका रिजल्ट निकाला गया जिसमें 26500 उम्मीदवार कामयाब हुए। उसी परीक्षा का 2015 में दुबारा रिजल्ट निकाला गया जिसमें पहले के पास 26500 उम्मीदवारों में 12000 उम्मीदवार फेल हो गए। तब से उर्दू टीईटी अभ्यर्थी इस मसले को हल करने की सरकार से गुहार लगा रहे हैं लेकिन अब तक इस सिलसिले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
कांग्रेस पार्टी ने कहा अविलंब निकाला जाए समाधान
उर्दू टीईटी के मामले पर अब कांग्रेस पार्टी ने भी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता आजमी बारी का कहना है कि पहले की सरकार में बीजेपी थी इसलिए Special Urdu Tet का मसला हल नहीं हुआ था। अब सूबे में महागठबंधन की सरकार है और हमें उम्मीद ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मौजूदा सरकार अविलंब उर्दू टीईटी के मामले को हल करेगी। आजमी बारी के मुताबिक शिक्षा मंत्री काफी सुलझे हुए व्यक्ति हैं। इस संबंध में उनसे बात की जाएगी। उन्होंने कहा की प्राथमिकता के आधार पर इस समस्या का समाधान किया जाएगा। आजमी बारी ने कहा की मैं खुद इस मसले को शिक्षा मंत्री के पास ले जाऊंगा। आजमी बारी का कहना है कि उर्दू शिक्षकों का पद खाली है और मौजूदा सरकार उर्दू के साथ इनसाफ करेगी और शिक्षकों की नियुक्ति का मसला भी हल किया जाएगा।
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उर्दू बंगला टीईटी संघ ने कहा हो रहा है नाइंसाफी
उर्दू बंगला टीईटी संघ का कहना है कि रिजल्ट के इंतजार में Special Urdu Tet उम्मीदवारों की उम्र निकलती जा रही है और सरकार अब भी इस मसले पर खामोश है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि उनकी सिर्फ इतनी मांग है कि जिस परीक्षा का आयोजन सरकार ने किया और रिजल्ट निकाला। उसी परीक्षा का दुबारा रिजल्ट निकाल कर अभ्यर्थियों को फेल कराना नाइंसाफी नहीं तो और क्या है। संघ ने कहा कि सरकार इस मसले को जल्द हल करें और उर्दू आबादी के साथ इनसाफ करें।
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