Amu Kishanganj Campus
Amu Kishanganj Campus का मामला खटाई में
जेडीयू एमएलसी मौलाना गुलाम रसूल बलियावी का कहना है कि केंद्र सरकार का नारा है सब का साथ, सब का विकास और सब का विश्वास लेकिन किशनगंज के एएमयू ब्रांच का मामला सरकार के नारे पर सवाल खड़ा करता है। मौलाना गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि केंद्र सरकार इस मसले को अविलंब हल करें और विश्वविद्यालय के कैंपस के लिए फंड जारी किया जाए। शैक्षणिक एदारों को नजरअंदाज करना कही से भी सही नहीं है। |
बिहार के किशनगंज में बनने वाला अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का मामला आज भी खटाई में है। सच्चर कमेटी की रिपोर्ट के बाद केंद्र सरकार ने एक और कमेटी बनाई थी जिसका नाम फातमी कमेटी था। फातमी कमेटी की अनुशंसा पर देश के पांच जगहों पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की शाख कायम करने का एलान किया गया था जिसमें बिहार भी शामिल था। बिहार के किशनगंज में एएमयू की ब्रांच की स्थापना की गई। राज्य सरकार ने विश्वविद्यालय के लिए जमीन मुहैया की साथ ही विश्वविद्यालय की शुरुआत करने के लिए फौरी तौर पर दो अल्पसंख्यक छात्रावास दिया लेकिन Amu Kishanganj Campus आज भी नहीं बन सका है।
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विश्वविद्यालय का कैंपस नहीं बनने पर जेडीयू ने उठाया सवाल
जेडीयू के मुस्लिम लीडरों ने विश्वविद्यालय की इस सुरते हाल पर अफसोस का इजहार किया है। जेडीयू एमएलसी मौलाना गुलाम रसूल बलियावी का कहना है कि केंद्र सरकार का नारा है सब का साथ सब का विकास और सब का विश्वास लेकिन जमीन पर उस नारे का कोई खास असर नहीं है। मौलाना गुलाम रसूल बलियावी के मुताबिक केंद्र सरकार को एएमयू के सिलसिले में अविलंब पहल करते हुए फंड जारी करना चाहिए। वर्तमान में विश्वविद्यालय के सिलसिले में जो समस्याएं है उसे हल किया जाए और Amu Kishanganj Campus को कायम करने की सरकार कोशिश करें। मौलाना गुलाम रसूल बलियावी का कहना है कि सीमांचल का इलाका पहले से ही शिक्षा के मानचित्र पर काफी पीछे है। अगर किशनगंज में एएमयू की ब्रांच को पूरी तरह से कायम किया गया तो इससे सीमांचल के साथ-साथ देश के अन्य राज्यों के छात्रों को भी फायदा होगा।
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एएमयू प्रशासन का रवैया अफसोसनाक
मौलाना गुलाम रसूल बलियावी के मुताबिक किसी शैक्षणिक संस्थान में कोई एक मजहब के छात्र नहीं पढ़ते हैं। शैक्षणिक एदारों में सभी समुदाय के छात्र पढ़ते हैं लेकिन ये बात सरकार को समझ में नहीं आती है। मौलाना गुलाम रसूल बलियावी के मुताबिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विश्वविद्यालय के लिए पहल किया। एएमयू की ब्रांच के लिए जमीन मुहैया की साथ ही विश्वविद्यालय को चलाने के लिए दो-दो छात्रावास दिया गया लेकिन केंद्र सरकार की तरफ से Amu Kishanganj Campus को बनाने के सिलसिले में कोई पहल नहीं की गई। मौलाना गुलाम रसूल बलियावी का कहना है कि इस मामले में शुरु दिन से ही अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय प्रशासन की भूमिका ठीक नहीं हैं। यूनिवर्सिटी का प्रशासन बिहार के किशनगंज ब्रांच के मामले पर बिल्कुल खामोश है जो अफसोसनाक है। मौलाना गुलाम रसूल बलियावी का कहना है कि इस मामले को सदन में रखा जाएगा। मौलाना बलियावी ने कहा कि बिहार सरकार एएमयू के लिए पूरी तरह से गंभीर है लेकिन विश्वविद्यालय को बनाने की जवाबदेही केंद्र सरकार की है लेकिन केंद्र सरकार इस मामले को नजरअंदाज कर रही है।
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