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Corona Update

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कोरोना को देखते हुए अल्पसंख्यक संगठनों ने उठाया बड़ा कदम Corona Update

मस्जिद के इमाम का कहना है कि पूरी तरह से धार्मिक स्थल को बंद करना चाहे वो मंदिर हो या मस्जिद मुनासिब नहीं है। मंदिर और मस्जिद में उसी तरह से संख्या तय कर देनी चाहिए जिस तरह से शादी विवाह में 50 व्यक्तियों की उपस्थिति को सही ठहराया गया है। उधर हज कमेटी ने एलान किया है कि हज भवन की मस्जिद में नमाज नहीं होगी वहीं सुन्नी वक्फ बोर्ड ने राज्य की तमाम मस्जिदों को बंद रखने की लोगों से अपील की है।

बिहार में काफी तेजी से कोरोना फैल रहा है। Corona Update अब तक पूरे राज्य में 1659 नए मरीज मिले हैं। सिर्फ पटना में कोरोना मरीजों की संख्या 1015 है। तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए 21 जनवरी तक सरकार की तरफ से कई तरह की पाबंदियां लगाई गई है। कोरोना की तीसरी लहर में जहां सरकार पूरी तरह से अपने आप को तैयार बता रही है वहीं सरकार के गाइड लाइन को पूरी तरह से फॉलो करने की लोगों से अपील की जा रही है। कोरोना का मामला लगातार बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर भी दो दर्जन  से ज्यादा लोग कोरोना से प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री के जनता दरबार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री के समाज सुधार अभियान को भी रोक दिया गया है। राज्य के दोनों उप मुख्यमंत्री समेत कई मंत्री कोरोना संक्रमित हो गए हैं। कोरोना की इस खतरनाक सुरते हाल को देखते हुए सूबे के अल्पसंख्यक संगठनों की तरफ से भी गंभीर पहल किया जा रहा है।

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इमारत-ए-शरिया बिहार

राज्य के बड़े मुस्लिम अल्पसंख्यक संगठनों में से एक इमारत-ए-शरिया बिहार ने कोरोना के मामले पर (Corona Update) आपातकाल मीटिंग का आयोजन किया था। इमारत-ए-शरिया की मीटिंग में सियासी एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ-साथ पुलिस अफसर, उलमा और स्थानीय लोगों ने भाग लिया। मीटिंग में कोरोना के मामले पर रणनीति तैयार की गई। इमारत-ए-शरिया बिहार ने कहा कि पहले के हालात का हमें तजर्बा है, उसको देखते हुए अभी से ही कोरोना की तीसरी लहर की तैयारी करनी है। इमारत-ए-शरिया ने फैसला किया कि बिहार, झारखंड और ओड़िशा में जागरूकता अभियान चला कर लोगों को कोरोना के बारे में बताया जाएगा। इसके अलावा मुफ्त मास्क का वितरण किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर दवा एवं आक्सीजन की व्यवस्था की जाएगी।

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बिहार में एक बार फिर से मस्जिदों को किया गया बंद

बिहार राज्य हज कमेटी ने सरकार की गाइड लाइन को देखते हुए हज भवन की मस्जिद को बंद करने का फैसला किया है। हज कमेटी की सीईओ मोहम्मद राशिद हुसैन के मुताबिक बाहरी लोगों के लिए हज भवन की मस्जिद में आने की पाबंदी रहेगी। सिर्फ हज भवन के चंद लोग ही मस्जिद में नमाज अदा कर सकेंगे हैं।

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बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड

बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड ने बड़ा फैसला किया है। सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष मोहम्मद इरशादुल्लाह ने राज्य के तमाम मस्जिदों से अपील किया है कि (Corona Update) कोरोना को देखते हुए सभी मस्जिदों को बंद रखा जाए। इरशादुल्लाह का कहना है कि जिस तरह से कोरोना तेजी से फैल रहा है, सरकार ने लोगों की मदद के लिए हर संभव कदम उठाया है। सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक लोगों को काम करना चाहिए। वक्फ बोर्ड का कहना है कि वक्फ से रजिस्ट्रड किसी भी मस्जिद में नमाज नहीं होगी। मोहम्मद इरशादुल्लाह ने सूबे के तमाम मस्जिदों को फिलहाल बंद रखने की अपील की है। उनका कहना है कि मस्जिद की जगह लोग अपने-अपने घरों में नमाज पढ़े।

इमामों का संगठन

मस्जिदों के इमाम का संगठन कुल हिंद आइमा मसाजिद बिहार का कहना है कि धार्मिक स्थलों को पूरी तरह से बंद रखना ठीक नहीं है। मंदिर और मस्जिद में उसी तरह से संख्या तय कर देनी चाहिए जिस तरह शादी विवाह में 50 व्यक्तियों की उपस्थिति को सही ठहराया गया है। मस्जिद में कम संख्या में लोग नमाज के लिए आ सके इसकी व्यवस्था की जानी चाहिए। कुल हिंद आइमा मसाजिद कौंसिल बिहार के अध्यक्ष और ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल के सेक्रेटरी मौलाना सज्जाद अहमद नदवी का कहना है कि कोरोना के खतरे को देखते हुए लोगों को जागरूक रहने की जरूरत है। धार्मिक स्थलों से लोग मुश्किल हालात से निकलने की दुआ करते हैं, ऐसे में पूरी तरह से धार्मिक स्थल को बंद कर देना किसी भी तरह मुनासिब नहीं है।

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