हज भवन पटना
हज भवन पटना में हज को लेकर सरगर्मी तेज। हज फार्म भरने की आखिरी तारीख में कुछ दिन बाकी।
हज फार्म भरने की आखिरी तारीख 31 जनवरी है। 1 नवंबर से हज का फार्म भरा जा रहा है। इस साल काफी कम संख्या में लोगों ने हज का फार्म भरा है। पिछले दो साल से हज नहीं हुआ है। उधर सेंट्रल हज कमेटी का दो सालों से गठन नहीं हुआ है। उसका असर भी हज के काम काज पर पड़ रहा है। इस बार हज होगा या नहीं इस पर भी लोगों को संदेह है। दरअसल अभी तक सऊदी अरब की तरफ से हज को लेकर बाइलेट्रल एग्रीमेंट नहीं हुआ है। जानकारों के मुताबिक जब तक एग्रीमेंट नहीं होता है हज का काम आगे नहीं बढ़ सकता है। |
ऐसा लगता है कि हज (Hajj) को लेकर लोगों में पहले जैसी दिलचस्पी नहीं है। 2019 तक हज पर जाने के लिए लोगों का काफिला हर वक्त तैयार रहता था। हज भवन में चारों तरफ लोग हज का फार्म भरते और हज के सिलसिले में जानकारी प्राप्त करते देखे जा सकते थे। बिहार के सभी जिलों में हज के मौसम में एक खास माहौल देखने को मिलता था। धार्मिक लोग हज के सिलसिले में जागरूकता अभियान चलाते नजर आते थे लेकिन अब ऐसा नहीं हैं। कोरोना वायरस ने लोगों की जीवन और काम के तरीकों में बड़ा बदलाव किया है। आखिरी हज 2019 में हुआ था। उसके बाद हज का फार्म तो जरूर भरा गया लेकिन पिछले दो वर्षों से हज नहीं हुआ है। हज नहीं होने से वो सिलसिला एक तरह से टूट गया है जो कभी हज के मौसम में हुआ करता था। हज भवन पटना (Hajj Bhawan Patna) में हज के मौके पर गहमागहमी का माहौल रहता था लेकिन अभी चारों तरफ सन्नाटा है। फिर भी हज कमेटी अपनी पूरी ताकत के साथ हज फार्म भरवाने और लोगों में हज को लेकर जागरूकता मुहिम चलाने की पूरी कोशिश कर रही है।
31 जनवरी तक भरा जाएगा हज का फार्म
अब तक की जानकारी के मुताबिक हज फार्म (Hajj Form) भरने की आखिरी तारीख 31 जनवरी है। 1 नवंबर से हज का फार्म भरा जा रहा है और अभी तक बिहार में करीब 1700 लोगों ने हज का फार्म भरा है। हज कमेटी के अध्यक्ष इलियास हुसैन उर्फ सोनू बाबू का कहना है कि ये संख्या काफी कम है। उम्मीद की जा रही थी कि दो साल बाद हज शुरु हुआ है तो ज्यादा से ज्यादा लोग हज का फार्म भरेंगे लेकिन ऐसा नहीं हो सका है। हज कमेटी ने लोगों से अपील की है कि जो लोग अभी तक हज का फार्म नहीं भर सके हैं वो जल्द से जल्द अपना हज फार्म भरे लें। हज भवन पटना में भी फार्म भरने का मुकम्मल इंतजाम किया गया है।
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क्यों संख्या हो रही है कम
जानकारों के मुताबिक सेंट्रल हज कमेटी (Central Hajj Committee) का दो सालों से गठन नहीं हुआ है। सेंट्रल हज कमेटी मुंबई में स्थित है। Central Hajj Committee के गठन नहीं होने का असर भी हज के काम काज पर पड़ रहा है। बिहार स्टेट हज कमेटी (Bihar State Hajj Committee) के अध्यक्ष इलियास हुसैन उर्फ सोनू बाबू का कहना है कि सेंट्रल हज कमेटी का जल्द से जल्द गठन होना चाहिए ताकि हज का काम सुचारु रुप से चल सके। उधर कोरोना के चलते लोगों में एक खौफ का माहौल भी कायम है। पूरे देश में हज फार्म (Hajj Form) भरने वाले लोगों की संख्या में गैर मामूली कमी आई है। अब तक पूरे देश से करीब 50 हज़ार लोगों ने ही हज का फार्म भरा है। ये संख्या काफी कम है।
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क्या इस बार होगा हज
इस बार हज होगा या नहीं इस पर भी लोगों को संदेह है। दरअसल अभी तक सऊदी अरब (Saudi Arabia) सरकार की तरफ से हज को लेकर किसी तरह का कोई एग्रीमेंट नहीं हुआ है। जब तक बाइलेट्रल एग्रीमेंट नहीं होता है हज का काम आगे नहीं बढ़ सकता है। भारत सरकार का अल्पसंख्यक मंत्रालय और सेंट्रल हज कमेटी ये मान कर चल रहा है कि हज होगा। आखिर वक्त में कम संख्या में भी हज यात्रियों को जाने की इजाजत मिलती है तो सरकार उन्हें रवाना करेगी। हज के मामले पर सऊदी अरब का हज मंत्रालय फिलहाल पूरी तरह से खामोश है। ऐसे में लोग हज को लेकर उलझन में हैं और मजे की बात ये है कि उनकी उलझन को दूर करने वाला कोई नहीं है। जानकारों के मुताबिक ये भी एक वजह है जिसके नतीजे में हज फार्म भरने वालों की संख्या में कमी आई है।
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बिहार के हज यात्री
बिहार में हज का कोटा (Hajj Quota) 12000 से ज्यादा है। आकड़ों पर गौर करें तो बिहार से 2012 में 6,702 लोगों ने हज का फार्म भरा था जिसमें 6,189 लोग हज करने गये। 2013 में 6,553 लोगों ने हज का फार्म भरा था जिसमें 6,180 लोग हज करने गये। 2014 में 6,667 लोगों ने हज का फार्म भरा जिसमें 6,251 लोग हज पर गये। 2015 में 7,915 लोगों ने हज का फार्म भरा जिसमें 7,476 लोग हज करने गये। 2016 में 7,025 लोगों ने हज का फार्म भरा जिसमें 6,553 लोगों ने हज किया। 2017 में 6,963 लोगों ने हज का फार्म भरा जिसमें 6,487 लोगों ने हज किया। 2018 में 5,150 लोगों ने हज का फार्म भरा जिसमें 4,709 हज यात्री हज पर गये। 2019 में 4,950 हज यात्रियों ने हज का फार्म भरा था जिसमें 4,573 हज यात्रियों ने हज के पवित्र इबादत को पूरा किया। 2020 में 4,859 हज यात्रियों ने हज का फार्म भरा था लेकिन कोरोना के कारण हज नहीं हुआ। 2021 में 1,661 लोगों ने हज का फार्म भरा था लेकिन उस साल भी हज नहीं हो सका। आखिरी बार हज 2019 में हुआ था, उसके बाद दो वर्षों से हज नहीं हुआ है। इस साल फिर से हज फार्म भरा जा रहा है इस उम्मीद के साथ की हज यात्री (Hajj Pilgrims) हज करने जाएंगे लेकिन हज फार्म भरने वालों की कम संख्या हज कमेटी को मायूस कर रही है। हज भवन पटना में भी फार्म भरने वाले लोगों की संख्या काफी कम नजर आती है।
हज कमेटी की अपील
बिहार स्टेट हज कमेटी ने लोगों से अपील किया है की हज फार्म (Hajj Form) भरने में देरी नहीं की जाए। ऐसा माना जा रहा है कि हज फार्म भरने की आखिरी तारीख में कुछ इजाफा हो सकता है लेकिन अगर 31 जनवरी 2022 के बाद फार्म भरने की तारीख नहीं बढ़ाई गई तो लोगों को परेशानी हो सकती है। इसी कारण हज कमेटी ने अपील किया है कि चंद दिन और बचे है जो लोग हज पर जाना चाहते हैं वो अपना हज फार्म जरूर भरें। बिहार के सीमांचल, मिथिलांचल और चंपारण के लोगों से हज कमेटी ने खासतौर से अपील किया है कि हज पर जरूर जाएं और अपना फार्म वक्त पर भरें। हज कमेटी का कहना है पटना के अलावा इन इलाकों से ज्यादा लोग हज करने जाते हैं लेकिन इस बार हज को लेकर लोगों में वो जिज्ञासा नहीं है जो पहले देखा जाता था।