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High Court Mazar Patna

High Court Mazar Patna

 

High Court Mazar Patna

 

पटना हाईकोर्ट मजारशरीफ के लिए सरकार की पहल

 

PATNA- पटना को सूफियों की सरजमीन भी कहा जाता है। शहर में मौजूद खानकाहें आज भी सांप्रदायिक सद्भावना की मिसाल पेश करती है। बगैर किसी भेद भाव के सूफियों से लोग मुहब्बत करते हैं और उनकी दरबार में हाजिरी देना अपनी बड़ाई समझते हैं। उसी में से एक पटना हाई कोर्ट का हजरत सैयद शहीद सफदर पीर मुराद शाह (रह.) का मजारशरीफ है। हाईकोर्ट मजारशरीफ पर चादरपोशी करने मुख्यमंत्री के अलावा नामचीन हस्तियों का आना जाना लगा रहता है। High Court Mazar Patna के विकास के लिए सरकार की तरफ से कई कदम उठाए गये हैं जिसमें से एक 12 करोड़ की लागत से बनने वाला इमारत है।

 

High Court Mazar Patna

 

 

हाईकोर्ट मजारशरीफ परिसर में बन रहे भवन का मामला

 

हाईकोर्ट मजारशरीफ के परिसर में बन रहे चार मंजिल इमारत को पटना हाईकोर्ट ने तोड़ने का फैसला सुनाया था। 31 अगस्त 2021 तक चार मंजिला नई इमारत को पूरी तरह से तोड़ दिया जाना था। कानून के मुताबिक हाईकोर्ट के 200 मीटर के फासले पर 33 फीट से ऊंची कोई इमारत नहीं बनाई जा सकती है जबकि हाईकोर्ट मजारशरीफ में नव निर्माण भवन की उंचाई करीब 45 फीट है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद सरकार सुप्रिम कोर्ट गई। 31 अगस्त 2021 को सुप्रिम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगा दिया और इस सिलसिले में हाईकोर्ट से जवाब मांगा है। High Court Mazar Patna सुन्नी वक्फ बोर्ड के मातहत है। सुप्रिम कोर्ट के फैसले के बाद हाईकोर्ट मजारशरीफ वक्फ स्टेट को उम्मीद है कि नई इमारत को पूरी तरह तोड़ा नहीं जाएगा बल्कि 33 फीट की उंचाई बरकरार रहने दी जाएगी।

 

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18वीं सदी का है मजार

 

कहा जाता है कि पटना हाईकोर्ट के पास बना मज़ार 18वीं सदी का है। 1956 में High Court Mazar Patna को वक्फ किया गया था। बिहार सुन्नी वक्फ बोर्ड से रजिस्ट्रड इस वक्फ स्टेट के पास 3.46 एकड़ ज़मीन है जिस में 2.95 एकड़ ज़मीन पर कब्जा है। बिहार सरकार की मदद से हाईकोर्ट मजार के परिसर में चार मंजिला इमारत बनाई जा रही है जिसमें वक्फ भवन, मुसाफिर खाना, लाइब्रेरी, ऑडिटोरियम और बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड का दफ्तर बनना है। हाईकोर्ट की तरफ से रोक लगाए जाने के बाद से ही भवन के निर्माण का काम बिल्कुल बंद है। मजारशरीफ वक्फ स्टेट के सेक्रेटरी और जदयू नेता मुहम्मद अजीम का कहना है कि 2018-19 में नई इमारत को बनाने के लिए बजट आवंटित किया गया था। 2022 तक भवन को पूरी तरह से तैयार होना था लेकिन कोर्ट के आदेश के बाद काम रुक गया है।

 

Mohammad Azeem, Secretary, High Court Mazar Patna

 

 

नई इमारत को लेकर लोगों की उत्सुकता

 

पटना हाईकोर्ट मज़ार शरीफ वक्फ स्टेट नम्बर 663 राजधानी पटना के बेली रोड पर स्थित है। बेली रोड पटना का लाईफलाइन है। जानकारों के मुताबिक भवन का निर्माण मुकम्मल हो गया तो इससे वक्फ बोर्ड और हाईकोर्ट मजार को काफी फायदा होगा साथ-साथ आम लोग भी इस भवन से फायदा उठा सकेंगे। हाईकोर्ट मजारशरीफ वक्फ स्टेट के सचिव मुहम्मद अजीम के मुताबिक सुप्रिम कोर्ट के आदेश के बाद ऐसा लगता है कि भवन को टूटने से बचा लिया जाएगा।

 

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हाईकोर्ट मजारशरीफ के सौंदर्य करण पर जोर

 

कहते हैं कि High Court Mazar Patna की अपनी एक खास अहमियत है। दूर-दूर से लोग अपनी मुराद के लिए यहां आते हैं और यहां आकर वो कामयाब होते हैं। High Court Mazar Patna एक ऐसी जगह पर है जिस को पटना का दिल कह सकते हैं। मजार के अंदर एक बड़ी मस्जिद है और दर्जनों दुकानें हैं। हालांकि मजारशरीफ की बहुत सारी जमीनों पर कब्जा हो गया है जिसको छुड़ाने की बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड की तरफ से कोशिश की जा रही है। हाईकोर्ट मजारशरीफ वक्फ स्टेट का कहना है कि अगर कब्जे की जमीन को छुड़ाने में कामयाबी मिल गई और हाईकोर्ट मजारशरीफ में सौंदर्य का काम जमीन पर लागू हो गया तो पर्यटक भी बड़ी संख्या में इस जगह पर आएंगे। मजारशरीफ के व्यवस्थापकों के मुताबिक इससे न सिर्फ आमदनी बढ़ेगी बल्कि सूफियों के बारे में लोगों की जानकारी में इजाफा होगा।

 

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