Palestine- Israel Conflict
Palestine-Israel Conflict- फिलिस्तीन के लिए दुआ
फिलिस्तीन-इजराइल युद्ध अपने शबाब पर है। इजराइल ने तकरीबन गाजा पट्टी को मिटा दिया है। लाखों लोग बेघर हो गए हैं। बच्चे अनाथ हो रहे हैं। अस्पतालों में पहुंच कर भी जिंदगी रुक जा रही है। |
जुमा के दिन पूरी दुनिया में फिलिस्तीन के लिए आम मुसलमानों ने दुआएं की। हर नमाज में फिलिस्तीन के बेबस, कमजोर और लाचार लोगों के लिए दुआएं की जा रही है। आम लोग जो कुछ कर नहीं सकते वो दुआ कर रहे हैं और इस जंग को रोकने की दुनिया से अपील कर रहे हैं।
फिलिस्तीन-इजराइल युद्ध
फिलिस्तीन-इजराइल युद्ध अपने शबाब पर है। इजराइल ने तकरीबन गाजा पट्टी को मिटा दिया है। लाखों लोग बेघर हो गए हैं। बच्चे अनाथ हो रहे हैं। अस्पतालों में पहुंच कर भी जिंदगी रुक जा रही है। पहले से ही दर्दनाक जिंदगी जिने वाले फिलिस्तिनियों को इस बार और भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इजराइल की तरफ से लगातार गोलाबारी जारी है। खासबात ये है कि दुनिया के जिन देशों को हम काफी मोहजब और Civilised समझते हैं वो फिलिस्तिन के लोगों को मिटाने के लिए बारूद भेज रहे हैं। दुनिया को अपने शर्तों पर चलाने वाला सबसे बड़ा Civilised कहलाने वाला देश, अमेरिका इजराइल की खुल कर मदद कर रहा है। यूरोप के कई देशों ने भी इजराइल का खुल कर समर्थन किया है।
मुस्लिम देश खामोश हैं
अपने खास दोस्त अमेरिका से सह पा कर इजराइल ताबड़तोड़ हमले कर रहा है। मजे की बात ये है कि लाखों लोगों की जिंदगी खत्म हो रही है और दुनिया के बाकी देश खामोश तमाशाई बने बैठे हैं। जानकारों के हैरानी का ठिकाना नहीं है कि इतने बड़े मामले पर भी मुस्लिम देशों ने चुपी साध रखी है। दुनिया के बड़े मुस्लिम देशों ने इतना कहना भी जरूरी नहीं समझा है कि फिलिस्तिन के साथ गलत हो रहा है। जानकार कहते है कि इस जंग के परिणाम काफी घातक होने की संभावना है। इजराइल ने हमास को खत्म करने का बहाना बना कर पूरे फिलिस्तिन को खत्म करने की मुहिम छेड़ दी है। मुमकिन है आने वाले दिनों में जंग की तस्वीर बदल जाए और हमास और इजराइल की लड़ाई आगे बढ़ कर कई देशों की लड़ाई न बन जाए।
जंग रुकना चाहिए
विशेषज्ञों के मुताबिक जंग कभी भी मसले का हल नहीं होता है। वो कहते हैं कि फिलिस्तिनियों को कभी किसी देश के सामने हाथ जोड़ कर मदद की भीख मांगते नहीं देखा गया वो अपने सर्वाइवल की जंग लड़ रहे हैं लेकिन दोनों पक्षों में आपसी सुलह की बात होनी चाहिए। उनका कहना है कि जिस तेजी से अमेरिका ने इजराइल की मदद का एलान किया है उसी तेजी से उसे जंग रोकने का भी एलान करना चाहिए था। विशेषज्ञों का कहना है कि मुस्लिम देशों के लिए ये वक्त है कि वो युनाइट हो कर फिलिस्तिन के मामले में पहल करें और इजराइल के गोला बारूद से फिलिस्तिनियों को बचाएं।
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