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Today Hajj News: हज को लेकर लोग उलझन के शिकार, इस बार भी हज यात्री हैं परेशान
हज फार्म भरने की आखरी तारीख 10 जनवरी है। (today hajj news)अब तक प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस वर्ष भारत से करीब 50 हज़ार हज यात्री हज के सफर पर रवाना होगें। हालांकी हज यात्रियों की तादाद और हज के खर्च को लेकर आखरी फैसला होना अभी बाकी है। सऊदी अरब ने भारत से हज के सिलसिले में फिलहाल किसी तरह की कोई बात नही की है। कोविड-19 के कारण पिछले साल हज नही हो सका। इस बार कुछ खास एहतियात के साथ हज करने की इजाज़त है। हालांकी इस बार हज यात्रियों की तादाद कम कर दी गई है। भारत की बात करे तो यहां से दो लाख हज यात्री हज के सफर पर रवाना होते हैं। दो लाख हज यात्रियों में 30 फीसदी लोग निजी टूर एंड ट्रैवल से जाते है जबकी 70 फीसदी हज यात्रियों को राज्यों की हज समितियां भेजती है। कोविड-19 के कारण पिछले साल हज नही हो सका। इस साल के लिए अब तक करीब 50 हज़ार हज यात्रियों ने हज का फार्म भरा है लेकिन 2021 में हज पर जाने के लिए हज यात्रियों में वो उमंग नज़र नही आ रहा है। Today Hajj News
केंद्रीय हज कमेटी विघटित होने से हो रहा है नुक़सान
दरअसल केंद्रीय हज कमेटी विघटित है जिसके नतिजे में हज के सिलसिले में होने वाला काम सही तरीके से नही हो पा रहा है। हज कमेटी की तरफ से हज यात्रियों के उलझन को दुर करने की कोशिश नही की गई है। हज का पुरा काम अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय देख रहा है। बिहार राज्य हज कमेटी के अध्यक्ष इलियास हुसैन उर्फ सोनु बाबु का कहना है की केंद्रीय हज कमेटी के विघटित होने के कारण काफी नुकसान हो रहा है।
बिहार से कम लोगों ने भरा है हज का फार्म
बिहार में हज का कोटा बारह हज़ार छह सौ है। कोटा से कम लोग ही हमेशा बिहार से जाते रहे हैं। बिहार राज्य हज कमेटी लगातार इस बात की कोशिश करता रहा है कि ज्यादा से ज्यादा लोग हज पर जाएं। कोविड-19 के कारण इस वर्ष कम लोगों को हज पर जाने की अनुमती है। बिहार हज कमेटी ने 2021 के लिए कम से कम 3,000 हज यात्रियों को भेजने का लक्ष्य रखा है। सुबे में अब तक करीब 1,500 लोगों ने ही हज का फार्म भरा है। मुमकिन है 10 जनवरी तक इस संख्या में कुछ और इज़ाफा हो। हज यात्रियों की कम तादाद पर बिहार राज्य हज कमेटी ने अफसोस जताया है। हज कमेटी के अध्यक्ष का कहना है की कोविड और आर्थिक मंदी के कारण भी बिहार में हज यात्रियों की संख्या कम हुई है।
कोलकाता से जाएगें बिहार के हज यात्री
बिहार के हज यात्री गया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से जाते थे, इस बार गया इंबारकेशन पॉइन्ट को हटा दिया गया है अब बिहार के हज यात्री कोलकाता से जाएगें। 2019 में भी हज यात्री कोलकाता से गये थे लेकिन गया भी उनके सामने एक विकल्प था। 2019 में गया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से 3,290 हज यात्री गये थे जबकी कोलकाता से 1,283 हज यात्री गये थे।
हज यात्रियों की दुविधा
हज के सिलसिले में हज कमेटियों की तरफ से लगातार जागरूकता अभियान चलाया जाता था इस बार खामुशी है। हज का महंगा होना भी हज यात्रियों पर भारी पड़ रहा है। 2019 में बिहार के एक हाजी को 2 लाख 81 हज़ार 8 सौ रुपया खर्च करना पड़ा था। 2020 में हज हुआ ही नही और 2021 में एक हाजी पर करीब तीन लाख 75 हज़ार रुपया खर्च होने की बात हज कमेटी ने की है। 18 साल से कम और 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को हज पर जाने से रोक दिया गया है। हज यात्रियों को भी टैक्स के दायरे में रखा गया है। ये सब कारण है जिसके नतिजे में हज फार्म भरने वाले लोगों की संख्या कम हुई है। बिहार राज्य हज कमेटी अभी इस कोशिश में जुटा है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को 10 जनवरी तक फार्म भरवाया जा सके ताकी बिहार से जाने वाले हज यात्रियों की संख्या में इजाफा हो।
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